धान तेजी मंदी रिपोर्ट 2023 / Paddy boom recession report 2023 : – धान का रेट आज का 2023, धान भाव तेजी मंदी रिपोर्ट 2023, किसान भाइयों धान की सभी किस्मों में लगातार तेजी जारी है। 1121 धान भाव 5370 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच चुके है। 1718, 1401, 1509, 1847, बासमती, सुगंधा, ताज धान भाव में 100 से 300 रुपए प्रति क्विंटल का उछाल आया है। रोजाना अपनी मंडी के ताजा भाव अपडेट फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट और मौसम पूर्वानुमान की जानकारी पाने के लिए हमारी वेबसाइट पर रोजाना विजीट करें और गुगल पर सर्च जरूर करें 👉 Mandi Xpert
धान तेजी मंदी रिपोर्ट 2023, Paddy boom recession report 2023
धान का भाव 29 नवंबर 2023 👉 धान का भाव 29 नवंबर 2023 / 1401, 1509, 1718, 1121 सभी किस्मों के भाव
आज का मंडी भाव 👉 आज का मंडी भाव 29 नवंबर 2023 / नरमा कपास ग्वार सरसों चना गेहूं मूंग भाव
बासमती चावल में 500 रुपए और बढ़ने के आसार
नई दिल्ली, सरकार द्वारा 2 महीने पहले बासमती प्रजाति के चावल पर 1200 यूएस डॉलर से कम बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, इसमें संशोधन करके सरकार ने 950 डॉलर प्रति टन पर निर्यात कंडीशन कर दिया गया है, जिससे बाजार लगातार बढ़ते जा रहे हैं। धान के ऊंचे भाव होने से मीलिंग पड़ता महंगा हो गया है, जिससे राइस मिल वाले माल बेचने से पीछे हट गए हैं। फलतः बाजार पिछले 4 दिनों के अंतराल 300/400 रुपए प्रति कुंतल बढ़ गए हैं तथा आगे भी और तेजी लग रही है।
इस बार अल नीनो के प्रभाव से सभी तरह के धान का उत्पादन कम हुआ है, इसे देखकर राइस मिलर्स एवं निर्यातक दोनों ही खरीद में आ गए हैं, जिसके चलते चावल की अपेक्षा धान में ज्यादा तेजी आ गई। सरकार द्वारा देश में चावल की महंगाई को नियंत्रित करने के लिए बासमती प्रजाति के चावल के निर्यात पर न्यूनतम प्राइस 1200 डॉलर प्रति टन कर दिया गया था, उसे फिर पिछले महीने 950 डॉलर प्रति टन कर दिया गया, जिसके चलते 1509 एवं 1121 सेला चावल व स्टीम में भारी तेजी आ गई है। दूसरा एक महत्वपूर्ण कदम यह उठाया गया है कि गैर बासमती चावल जैसे आर एच 10, पीआर 6 सहित विभिन्न तरह के मोटे चावल एवं बासमती प्रजाति के चावल की मीडियम क्वालिटी के चावल पर निर्यात में 20 प्रतिशत का शुल्क लगा दिया गया है। इसके प्रभाव से गैर बासमती चावल की तेजी को विराम लग गया।
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गौरतलब है कि धान की फसल तैयार होकर 70 प्रतिशत कट चुकी है। हम मानते हैं कि कहीं अत्यधिक वर्षा एवं कहीं बाढ़ तथा कहीं सूखा के चलते धान की फसल को व्यापक नुकसान हुआ है, जिससे आई हुई बासमती प्रजाति के धान में प्रति हेक्टेयर उत्पादकता कम बैठ रही है, इसे ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा घरेलू मंडियों में आम उपभोक्ताओं को चावल मुहैया कराने के लिये मुफ्त वितरण की योजना बनाई गई है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चावल के भाव इतने ऊंचे हैं कि निर्यातक हर भाव में माल खरीद रहे हैं तथा शरबती चावल में विशेष तेजी आई है, क्योंकि सेला व स्टीम, मिक्सिंग में जाने लगा है।
बासमती प्रजाति के सभी धान की आपूर्ति मंडियों में काफी कम हो जाने तथा मिलिंग पड़ता 200 रुपए प्रति कुंतल महंगा होने से 1509 चावल के सेला व स्टीम तथा 1121 एवं 1718 आदि सभी चावल में भारी तेजी आ गई है। धान की आपूर्ति में कमी होने से मंदिर की धारणा पूरी तरह समाप्त हो गई है तथा बासमती प्रजाति के सभी चावल में 300/400 रुपए प्रति कुंतल की शीघ्र और तेजी की संभावना बन गई है। आज भी, जो कल तक 1121 सेला चावल के भाव 8400/8500 रुपए बोल रहे थे, उसके भाव 8700/8900 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। इधर 1509 सेला भी जो 7300 रुपए पिछले सप्ताह बोल रहे थे, आज 7600 रुपए में कोई लिवाल दिखाई नहीं दे रहा था तथा आने वाले समय में 300/400 रुपए की और तेजी के आसार बन गए हैं।