चना तेजी मंदी रिपोर्ट 2024 : केंद्र सरकार द्वारा चना आयात खोलने के बावजूद चना भाव में तेजी मंडियों में आवक घटी

चना तेजी मंदी रिपोर्ट 2024 -पिछला सप्ताह शुरुवात सोमवार दिल्ली राजस्थान जयपुर 7125/50 रुपये पर खुला था। और शनिवार शाम चना 7300/25 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान चना दाल बेसन में मांग बनी रहने से +175 रुपये प्रति क्विंटल की मजबूत दर्ज हुआ, कमजोर बिकवाली और चना दाल की मांग में सुधार से चना में मजबूती का रुख।

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दिल्ली में चना की आवक बेहद कमजोर और कम भाव में बिकवाली नहीं। मंडियों में भी चना की आवक दिन प्रति दिन तेजी से कम हो रही है। चना दाल और बेसन में अब यहां से हर महीने मांग बढ़ती जायेगी और अक्टूबर 2024 में दिवाली तक मांग चरम पर रहेगी।

सरकार ने चना का आयात तो खोल दिया लेकिन विदेशों में स्टॉक कमजोर
इस बीच सूत्रों के अनुसार नाफेड मध्य प्रदेश द्वारा पुराना चना बेचने की योजना है। नाफेड के पास मध्य प्रदेश में 3.5-4 लाख टन स्टॉक होने का अनुमान। जानकारों के अनुसार चना टेंडर का अधिक प्रभाव बाजार पर पड़ने की उम्मीद नहीं।

ऑस्ट्रेलिया की नई फसल 11.30 लाख टन का अनुमान है और वह अक्टूबर नवंबर में आएगी। ऑस्ट्रेलिया नया चना (अक्टूबर-नवंबर शिपमेंट) का 860 डॉलर प्रति टन (7425 रुपये प्रति क्विंटल) का ऊंचा पड़तल है।

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घरेलू मंडियों में चना 6500-7000 की रेंज और ऑस्ट्रेलिया चना से काफी सस्ता। अब या तो घरेलू चना के दाम कम से कम 700-800 बढ़े या ऑस्ट्रेलिया चना 750-775 डॉलर तक घटकर आये तभी व्यापार संभव। । इस बीच तंजानिया की फसल अगस्त तक आएगी जिसकी स्थिति अच्छी है।

चना का फंडामेंटल मजबूत है लेकिन नियर टर्म दिल्ली चना रेंज 7000-7400 की उम्मीद । अगले सप्ताह दिल्ली चना 50-100 नरम रहने पर गिरावट पर खरीदी की जा सकती है। घरेलू चना आने में लंबा समय और ऑस्ट्रेलिया चना का ऊंचा पड़तल देखते हुए भाव में मजबूती की संभावना अधिक

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