गेहूं कीमतों में स्थिरता के लिए नीतिगत हस्तक्षेप पर विचार कर रही है सरकार : – गेहूं के रेट में पिछले 15 दिनों में 100/125 रुपए प्रति क्विंटल तेजी आ चुकी है और गेहूं के रेट बढ़ने से सरकार चिंतित हैं और गेहूं की सरकारी खरीद पिछले साल की तुलना में 15% कम हुई है जिसके कारण सरकार गेहूं की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए नीतिगत कदम उठाने जा रही है। आइए जानते हैं पूरी जानकारी, गेहूं, गेहूं से जुड़ी खबरें, गेहूं का भाव, गेहूं का रेट, gehu ka rate today, gehu ka bhav today, wheat, gehun ka bhav today,
यह भी जाने
- गेहूं का भाव 21 जून 2024 : गेहूं भाव में 10 से 25 रुपए तेजी जानिए देशभर की मंडियों में गेहूं के रेट gehu ka rate today
- मंडी भाव 21 जून 2024 : नरमा कपास ग्वार सरसों चना मूंग मसूर मूंगफली गेहूं जीरा ईसबगोल सौंफ भाव Mandi bhav today
सरकार ने गुरुवार को कहा कि वह देश में उपभोक्ताओं के लिए गेहूं की कीमतों में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त नीतिगत हस्तक्षेप करेगी। गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मंत्रियों की समिति की बैठक के बाद सरकार ने कहा कि उसने अधिकारियों को गेहूं की कीमतों पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, गेहूं और गेहूं के आटे की कीमतों में एक साल पहले की तुलना में दो रुपये प्रति किलोग्राम तक की बढ़ोतरी हुई है।
आंकड़े दर्शाते हैं कि, 20 जून तक गेहूं का औसत खुदरा मूल्य 30.99 रुपये प्रति किलोग्राम था, जो एक साल पहले 28.95 रुपये था, जबकि गेहूं के आटे की कीमत पिछले साल 34.29 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 36.13 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।
मंत्रियों ने बैठक के दौरान गेहूं के स्टॉक और कीमतों की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘केंद्रीय मंत्री ने निर्देश दिया कि गेहूं की कीमतों पर कड़ी नजर रखी जाए और देश के उपभोक्ताओं के लिए मूल्य स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त नीतिगत हस्तक्षेप किए जाएं।
यह भी जाने
- दिल्ली मंडी भाव 22 जून 2024 : चना मसूर गेहूं भाव में गिरावट, मूंग भाव स्थिर देखें दिल्ली अनाज मंडी भाव Delhi Mandi bhav today
- गेहूं तेजी मंदी रिपोर्ट 2024 : फ्लोर मिलों की मांग बढ़ने से गेहूं भाव में तेजी जानिए कैसा रहेगा गेहूं बाजार
इसमें आश्वासन दिया गया है कि सरकार ने पिछले वर्ष की तुलना में केंद्रीय पूल के लिए थोड़ा अधिक गेहूं खरीदा है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘पीडीएस और अन्य कल्याणकारी योजनाओं की आवश्यकता को पूरा करने के बाद, जो लगभग 1.84 करोड़ टन है, बाजार में हस्तक्षेप करने के लिए गेहूं का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है।
इस साल 18 जून तक, सरकार ने एक अप्रैल से शुरू हुए 2024-25 रबी विपणन वर्ष में केंद्रीय पूल के लिए 2.66 करोड़ टन गेहूं खरीदा था, जो पिछले वर्ष के 2.62 करोड़ टन से थोड़ा अधिक है।