India’s Oilmeal export: देश से इस साल खली का निर्यात में सुस्ती देखी जा रही है। वर्ष 2024-25 के पहले दो महीने में खली निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है। मई महीने में भी खली निर्यात घटा है। पिछले वित्त वर्ष देश से खली का रिकॉर्ड निर्यात हुआ था। खली का कुल निर्यात भले घटा हो। लेकिन सोया खली के निर्यात में इजाफा हुआ है। चालू वित्त वर्ष में भारतीय खली की निर्यात मांग में सुस्ती देखी जा रही है। खल का भाव, खल का भाव today, खल का भाव आज का, खल तेजी मंदी रिपोर्ट 2024,
यह भी जाने
- दिल्ली मंडी भाव 19 जून 2024 : मूंग मसूर गेहूं भाव में तेजी चना भाव स्थिर Delhi Mandi bhav today
- गेहूं तेजी मंदी रिपोर्ट 2024 : फ्लोर मिलों की मांग बढ़ने से गेहूं भाव में तेजी जानिए कैसा रहेगा गेहूं बाजार
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2024-25 के पहले दो महीने यानी अप्रैल-मई अवधि में देश से 7.67 लाख टन खली का निर्यात हुआ, जो वर्ष 2023-24 की समान अवधि में निर्यात हुई 9.30 लाख टन खली से 17 फीसदी कम है। मई महीने के दौरान खली के निर्यात में 31 फीसदी की बडी गिरावट दर्ज की गई। मई में 3.02 लाख टल खली का निर्यात हुआ, पिछले साल मई में यह आंकड़ा 4.36 लाख टन था। अप्रैल में सालाना आधार पर खली निर्यात 6 फीसदी घटा था।
भारतीय खली निर्यात में कमी की वजह सरसों और अरंडी खली की निर्यात मांग सुस्त पडना है। साथ ही पिछले साल जुलाई से डी-ऑयल्ड राइस ब्रान ( De-oiled Rice Bran ) के निर्यात पर रोक लगने का असर भी खली निर्यात में कमी के रूप में दिख रहा है। वर्ष 2024-25 के पहले दो महीने में इसका बिल्कुल भी निर्यात नहीं हुआ, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में करीब 80 हजार टन डी-ऑयल्ड राइस ब्रान का निर्यात हुआ था। चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीने में सरसों खली का निर्यात करीब 24 फीसदी घटकर 3.64 लाख टन रह गया, जबकि अरंडी खली के निर्यात में इस दौरान करीब 22 फीसदी गिरावट आई और इस अवधि में 57,387 टन अरंडी खली निर्यात हुई।
यह भी जाने
- मंडी भाव 18 जून 2024 : ग्वार में तेजी नरमा कपास चना सरसों मसूर गेहूं जौ सोयाबीन जीरा ईसबगोल मूंगफली सौंफ के ताजा भाव
- सरसों सलोनी प्लांटों में तेजी मंडियों में आई गिरावट जानिए 18 जून 2024 सरसों के ताजा भाव sarso ka bhav
इस वित्त वर्ष भारतीय खली के दो प्रमुख खरीदार वियतनाम और थाईलैंड ने काफी कम खरीद की है। वियतनाम ने पिछले वित्त वर्ष अप्रैल-मई में खरीदी 1.42 लाख टन खली की तुलना में इस साल महज 32,699 टन, जबकि इस दौरान थाईलैंड ने 1.52 लाख टन की तुलना में महज 57,390 टन खली ही खरीदी। खली के कुल निर्यात में भले ही कमी देखने को मिल रही हो। लेकिन सोया खली की विदेशों में मांग मजबूत है। वर्ष 2024-25 की अप्रैल-मई अवधि में 3.44 लाख टन सोया खली का निर्यात हुआ। पिछली समान अवधि में 2.91 लाख टन सोया खली का निर्यात हुआ था। इस तरह चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीने के दौरान सोया खली के निर्यात में करीब 18 फीसदी इजाफा हुआ है। पिछले वित्त वर्ष रिकॉर्ड 21.33 लाख टन सोया खली का निर्यात हुआ था।