धनिया तेजी मंदी रिपोर्ट 2024 : – नमस्कार किसान भाइयों धनिया भाव में लगातार उठा पटक जारी है किसानों को आस है कि इस बार धनिया 10000 रुपए प्रति क्विंटल का स्तर दिखा सकता है लेकिन क्या कारण है धनिया भाव में तेजी टिक नहीं पा रही और मंदी के क्या कारण रहे जानेंगे पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में।
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कीमत उम्मीद से नीची होने के कारण किसानों की धनिए में बिकवाली सीमित ही बनी हुई है। इसके बाद भी इसकी कीमत सीमित दायरे में ही घूम रही है। आने वाले दिनों में हाजिर में धनिए में सुस्ती बनी रहने की आशा है।
समय-समय पर धनिए की तेजी-मंदी के सम्बन्ध में नवीनतम जानकारियां मिलती रहती हैं और आपको इससे लाभ भी होता है।
कीमत उम्मीद से नीची होने के कारण प्रमुख उत्पादक राज्यों के किसानों ने अपनी धनिए की फसल की बिक्री सीमित की हुई है। इसकी वजह से रामगंज समेत करीब-करीब सभी बड़ी मंड़ियों में पिछले कुछ दिनों से धनिए आवक में थोड़ी कमी नजर आ रही है।
इन पंक्तियों के लिखे जाने के समय रामगंज मंड़ी में इन दिनों धनिए आवक घटकर फिलहाल करीब 18-19 हजार बोरियों तथा बारां में करीब 9-10 हजार बोरियों की आवक होने की जानकारी मिली।
इससे पूर्व बीते मार्च महीने के आरंभ में एक औद्योगिक एवं व्यापारिक कांफ्रेंस हुई थी। इस कांफ्रेंस में पिछले सीजन की तुलना में इस बार देश में धनिए के उत्पादन में कमी आने का अनुमान व्यक्त किया गया था।
धनिया बाजार
यह अनुमान सार्वजनिक होने के बाद इस प्रमुख किराना जिंस की थोक कीमत में उल्लेखनीय तेजी आई थी लेकिन आवक बढ़ने के बाद फिर से मंदी का रुख बनने लगा है। इतना ही नहीं, चालू महीने के आरंभ में मौसम में हुए बदलाव का भी थोक कीमत पर असर हो रहा है।
दूसरी ओर, प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों की मंड़ियों में नए धनिए की आवक का पर्याप्त दबाव बन गया है। व्यापारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी पर यदि विश्वास किया जाए तो इस बार मध्य प्रदेश में धनिए की बुआई तुलनात्मक रूप से अधिक हुई है।
हालांकि राजस्थान में यह चालू सीजन के बराबर ही होने का अनुमान व्यक्त किया गया है जबकि गुजरात में बुआई उल्लेखनीय रूप से पिछड़ी हुई है। इस बार व्यापारियों के बीच धनिए की नई फसल की संभावित बिजाई को लेकर कोई एकराय नहीं बन पा रही है।
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एक वर्ग का मानना है कि इस बार धनिए की बिजाई में कमी आ सकती है तो दूसरा वर्ग ऐसा नहीं मानता है। राजस्थान की रामगंज मंड़ी में धनिया बादामी तथा ईगल पिछले दिनों 100-200 रुपए बढ़कर फिलहाल 6300/6500 रुपए और ईगल 6700/7000 रुपए प्रति क्विंटल पर बना हुआ है।
बारां मंड़ी में इनकी कीमत क्रमश: 6300/6500 रुपए और 6700/7000 रुपए प्रति क्विंटल पर बनी होने की सूचना मिली। हाल ही में इसमें करीब 300-500 रुपए की मंदी आई है।
इधर, राजधानी स्थित थोक किराना बाजार में धनिया बादामी हाल ही में 100 रुपए तेज होकर फिलहाल 8100/8200 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर बना हुआ है। इससे पूर्व इसमें 100 रुपए की मंदी आई थी।
मसाला बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान वित्त वर्ष 2023-24 के आरंभिक दस महीनों में देश से 810.42 करोड़ रुपए कीमत के 93,756.56 टन धनिए का निर्यात हुआ है।
एक वर्ष पूर्व की आलोच्य अवधि में इसकी केवल 36,823.43 टन मात्रा का निर्यात हुआ था और इससे 503.35 करोड़ रुपए की आय हुई थी। आगामी दिनों में हाजिर में धनिए में सुस्ती बनी रह सकती है।