इस गांव में नहीं निकलती थी धूप, अंधेरे से बचने के लिए गांव वालों ने बनाया आर्टिफिशियल सूरज


दुनिया का एक ऐसा गांव, जो कि एक तरफ घाटी तो दूसरी तरफ पहाड़ों से घिरा हुआ है ।

<

ठंड के महीनों में वहां सर्दी और अंधेरे से सन्नाटा पसर जाता है, लेकिन इस समस्या से निपटने का वहां के लोगों ने गजब का तरीका खोज निकाला है ।

रोशनी और धूप जिंदगी हैं. इनके बिना जीवन बड़ा ही अटपटा लगता है ।

धरती पर रहने वाले हर प्राणी के लिए सूरज की किरणें बेहद जरूरी है. वहीं, अगर कड़ाके की ठंड पड़ रही हो तो यही सूरज की किरणें एक अलग ही सुखद अहसास देती हैं ।

यह भी जाने 👉

फटाफट लगवाएं Solar AC और बिजली खर्चे के झंझट से छुटकारा पाएं जानिए कैसे

Phalodi satta bazar update 2024 / राजस्थान में बदल रही लहर ने फलौदी सट्टा बाजार में किया बदलाव

इंसानी शरीर क्या, पेड़-पौधे और पशु-पक्षी भी धूप से ज्यादा दिन की दूरी बर्दाश्त नहीं कर सकते, लेकिन एक जगह ऐसी भी है, जहां सूरज के दर्शन ही दुर्लभ हो गए हैं ।

दरअसल, इटालियन-स्विस सीमा (Italian-Swiss border) पर एक घाटी में बसा एक छोटा सा गांव विगनेला (Viganella) एक अजीब समस्या का सामना कर रहा है ।

यह दुनिया में एक ऐसा गांव है, जहां सूरज तो उगता था, मगर यहां धूप की एक किरण तक नहीं पहुंचती ।

पहाड़ों से घिरा यह शहर (Italian village built own sun) हर साल नवंबर से फरवरी तक तीन महीने अंधेरे में डूबा रहता है.
यहां बहुत कम आबादी रहती है. यह नगर एक तरफ घाटी तो दूसरी तरफ पहाड़ों से घिरा हुआ है ।

ठंड के महीनों में यहां सूरज की रोशनी नहीं पहुंच पाती. पूरे नगर में सर्दी और अंधेरे से सन्नाटा पसर जाता है. ये इस गांव के लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई थी. इस समस्या से निजात पाने का एक गजब जुगाड़ गांव वालों ने खोज लिया ।

उन्होंने ‘धरती पर ही सूरज को उतार दिया.’ दरअसल, गांव वालों ने धूप की ऐसी व्यवस्था की है, जिसे देखकर आपको भी यही लगेगा जैसे कि उन्होंने अपने लिए अलग से एक सूरज का इंतजाम कर लिया हो ।

यह भी जाने 👉

चलते ट्रक में पीछे से घुसी कार, 2 बच्चों समेत 7 लोग जिंदा जले, चूरू-सालासर हाईवे की घटना

dairy farming subsidy 2024 | अब डेयरी खोलने पर मिलेगी 90 प्रतिशत सब्सिडी, ऐसे उठाएं लाभ, जानिए आवेदन प्रक्रिया | viral

Top 10 richest person in India 2024 / भारत के 10 सबसे अमीर व्यक्ति कौन है जानिए

Vice News के मुताबिक, साल 1999 में विगनेला के स्थानीय आर्किटेक्ट जियाकोमो बोन्ज़ानी ने चर्च की दीवार पर एक धूपघड़ी लगाने का प्रस्ताव रखा ।

लेकिन तत्कालीन मेयर फ्रेंको मिडाली ने इस सुझाव को खारिज कर दिया. धूपघड़ी की जगह मेयर ने उस वास्तुकार को कुछ ऐसा बनाने के लिए जिससे गांव में पूरे साल धूप पड़ती रहे ।

धूप की जद्दोजेहद के लिए आर्किटेक्ट बोन्ज़ानी (Architect Giacomo Bonzani) और इंजीनियर गियानी फेरारी (engineer Gianni Ferrari) ने मिलकर आठ मीटर चौड़ा और पांच मीटर लंबा एक विशाल मिरर डिजाइन किया ।

जिसे बनाने में 1,00,000 यूरो (लगभग 1 करोड़ रुपए) की लागत आई. 17 दिसंबर, 2006 को इस प्रोजेक्ट का काम पूरा हो गया

Leave a Comment